हेलो दोस्तो मेरा नाम यश है जैसा आप जानते है कि मैंने पहले मम्मी के साथ सेक्स कर आपको बताया था आपलोगो को वो बहुत अच्छी लगी ।
अब मैं मेरी और मेरी मौसी रानी की चुदाई के बारे में बताऊंगा।
मेरी मौसी रानी मेरी मम्मी से 3 साल बड़ी है यानी वो 38 की है उनका फिगर बहुत अच्छा है मम्मी से मैं जब भी मौसी को देखता था तो वो मुझे बहुत सेक्सी लगती थी मै मौसी के नाम की मुट्ठ मरता था।
मेरी मौसी के 2 बच्चे है दोनों बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते है दिल्ली में।
ये हिंदी सेक्स कहानी मेरी सबसे पहली चुदाई की है।
मेरे मौसा का 2015 में एक एक्सीडेंट में मोत हो गई थी तभी से मौसी घर मे अकेली हो गई थी क्योंकि दोनों बच्चे बाहर ही रहते थे ।
एक दिन मौसी ने मम्मी के पास फ़ोन की और बोली कि कुछ दिनों के लिए यश को भेज दो मैं अकेली बोर हो जाती हूँ मम्मी बोली ठीक है दीदी भेज दूंगी ।
मम्मी ने अगली ही सुबह भेज दिया। मैं साम को 4 बजे पहुच कर बेल बजाया मौसी ने दरवाजा खोला मौसी को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया मौसी मैक्सी पहनी थी उसमें बहुत सेक्सी दिख रही थी ।
मौसी,,,आओ यश कैसे हो चलो तुम आ गए अब अच्छा तो लगेगा
मैंने कहा मौसी क्यो नही।
फिर मैं फ्रेस होने चला गया रात को दोनों खाना खा रहे थे ।
मौसी,,,,,, और यश घर मे सब लोग ठीक है
मैं,,,हां मौसी सब लोग ठीक है।
फिर हमने खाना खाया और ढेर सारी बाते की रात के 11 बज गए थी । फिर मौसी बोली ठीक है अब मैं जा रही हूं सोने मैन कहा ठीक है मौसी फिर मौसी चली गई मैं उनकी गांड देखकर उनकी गांड मारने का मन कर रहा था।
मेरा लंड खड़ा था मैंने खिड़की से देखा मौसी के कमरे की लाइट जल रही थी मैं खिड़की के पास गया और देखने लगा और जो देखा वो देखकर मेरे शरीर मे करेंट होने लगा मैन देखा मौसी अपनी मैक्सी निकल कर बेड पर रख दिया फिर ब्रा भी उतर दिया उनके दोनों दूध बहुत अच्छे लग रहे थे।
मन कर रहा था कि जाकर पी लू फिर मौसी बेड पर लेट गईं और दूध को जोर जोर से दबाने लगी मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था मैं अपने लंड को हिला रहा था।
फिर मौसी ने अपनी चड्डी उतारी उनकी बुर बहुत अच्छी दिख रही थी उसको देखकर मेरा तो दिमाक ही हिल गया फिर मौसी अपनी उंगली बुर में डालकर अंदर बाहर करने लगी 15 मिनट बाद मौसी झर गई और मैं भी फिर मैं सोने चला गया ।
सुबह हुई मैं फ्रेस हुआ मौसी नास्ता बानी हम लोगो ने नास्ता किया फिर मौसी काम मे लग गई मैं मौसी की गांड को देखता रहा जब वो चलती थी तो उनकी गांड ऊपर नीचे होती रहती थी मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
साम को मैं बातरूम में नाहा रहा था दरवाजा नही बन्द था मैं लगे ही नाहा रहा था मेरा लंड पूरा खड़ा था तबी मौसी ने दरवाजा खोला मैं पूरा नंगा खड़ा था मौसी ने मुझे देखा और मुस्कुराकर बोली दरवाजा तो बन्द कर लेते फिर वो चली गई।
मेरी Antarvasna Story का दूसरा भाग आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर पढ़े और ये कहानी अपने दोस्तों को भी देखए।